Saturday, July 23, 2022

अपने लिंग को लंबा और मोटा करना चाहते है तो अभी पढ़े


क्या आपको लिंग के इलाज की जरूरत ?

आप लिंग वृद्धि ("HapPenis प्रक्रिया®") डॉक्टर के पास जा सकते हैं यदि आप

  • अपने वर्तमान आकार के बारे में असहज महसूस करें
  • लिंग की लंबाई और मोटाई में वृद्धि करना चाहेंगे
  •  आपके साथी को अतिरिक्त यौन चाहिए 
  • एक गैर-सर्जिकल समाधान की तलाश में हैं
  • प्राकृतिक दिखने वाले परिणाम चाहते हैं









प्रक्रिया की शुरुआत में, आपको यथासंभव आरामदायक बनाने के लिए लिडोकेन के साथ लिंग सुन्न कर देंगे। यह प्रक्रिया बहुत सरल है और आमतौर पर इसे पूरा होने में एक घंटे से भी कम समय लगता है। आप उपचार के बाद कई दिनों तक कुछ लालिमा, चोट और सूजन का अनुभव करने की उम्मीद कर सकते हैं।

यह प्रक्रिया सुरक्षित और प्रभावी है, जो आपके और आपके साथी के आत्मविश्वास और आनंद को अतिरिक्त बढ़ावा देती है। यदि आप अपने वर्तमान आकार के बारे में चिंतित हैं,

पुरुष लिंग वृद्धि इलाज किस हद तक सफल है?

आपके परिणाम आपके लिंग के मूल आकार और आकार पर निर्भर करेंगे, साथ ही साथ कौन सा उपचार विकल्प चुना जाएगा।  उपचार आम तौर पर लंबाई, मोटाई और यौन सुख प्राप्ति में उल्लेखनीय सुधार करते हैं। 


मैं कब सेक्स कर सकता हूँ?

इलाज के बाद कुछ हल्के चोट, दर्द और सूजन का अनुभव होने की संभावना है। हालांकि, ये लक्षण अस्थायी हैं और कुछ दिनों के बाद गायब हो जाना चाहिए।  मरीज़ यौन गतिविधि में शामिल होने से पहले तीन से चार सप्ताह तक प्रतीक्षा करें। यह उपचार दर और उपचार के प्रकार के आधार पर रोगी से रोगी में भिन्न हो सकता है। 



  • कुल खर्चा 

Monday, March 1, 2021

Real Aunty Sex Story

अब मेरे साथ क्या हुआ वह सुनिए,

मैंने अपने आगे के शिक्षण के दिल्ली के कॉलेज में एडमिशन लिया था। तो मै दिल्ली चला गया था। वहा लगभग 6 महीने हो गए थे तब ही मुझे पता चला की उन आंटी की बेटी भी दिल्ली में ही पढ़ रही है। पहचान के होने के कारण हम बहुत बार मिल लेते थे। वह दिल्ली में अकेली ही रहती थी।

एक दिन उनकी बेटी निक्की(बदला हुआ नाम) ने मुझसे पूछा कि क्या हम दोनो साथ में रह सकते है। मै भी अकेला ही रहता था। यह तो मेरे लिए एक चमत्कार ही था। हमारे एरिया की सबसे सेक्सी लड़की के साथ रहने का मौका मुझे मिल रहा था। मैंने भी हा बोल दिया। निक्की ने आंटी को बता दिया था की हम दोनो साथ में ही रह रहे है। आंटी भी खुले विचारो की थी तो उन्होंने भी कोई प्रॉब्लम नहीं थी।

वैसे तो हम दोनो सिर्फ दोस्त की तरह रहने का सोच रहे थे। पर हमारे बीच कुछ ही दिनों में शारीरिक संबंध बन गए। मै सोच रहा ही था की आगे क्या करेंगे तो निक्की ने पहले ही बता दिया की वह मुझसे शादी नही कर पाएंगी क्योंकि हम अलग अलग जात के थे। मै भी समझ गया था और हम आगे सिर्फ दोस्त बनके ही रहे। हम लगभग 3 साल साथ ही रहे और इसिबिच हमने बहुत बार संबंध भी बनाए।

कॉलेज खत्म होने पर मै घर आ गया था तो अब निक्की से मिलना भी बहुत कम हो गया । जब भी निक्की घर आती थी तब ही थोड़ी बोलचाल हों जाती थी। पिछले साल ही निक्की की शादी भी हो गई तो अब तो थोड़ी बात होने भी बंद हो गया था।

शादी के कुछ दिन बाद ही एक दिन आंटी को कुछ काम था। तो उन्होंने मुझे बुलाया। उनके कंप्यूटर का थोड़ा काम था। जब मैं उनके घर पहुंचा तब आंटी नाईटी में थी।

कुछ इस तरह को नाईटी थी। मैंने उनका कम्प्यूटर देखा और ज्यादा कुछ प्रॉब्लम नहीं थी। 2 मिनिट में ही ठीक है गई।

मै वापस जाने लगा तो आंटी ने बोला थोड़ा रुको , चाय पीकर जाओ। मै रुक गया और चाय पीने लगा। आंटी मेरे बाजू में आकर बैठ गई और बाते करने लगी। पूछ रही थी कि दिल्ली में जब में जब मैं उनकी बेटी के साथ रहता था तो कोई प्रॉब्लम तो नहीं हुई न। मैंने भी कहा कि नहीं कोई प्रॉब्लम नहीं हुई।

आंटी ने मुझसे तभी सीधे पूछा की कभी मैंने उनकी बेटी के साथ सेक्स तो नही किया न। यह सुनते ही मैं थोड़ा सा घबरा गया और नहीं बोला। तभी आंटी मुझे देखकर हसी और बोली, पागल इतना डर क्यों रहे हो। किया भी होंगा तो कोई प्रॉब्लम नहीं है, जवान हो अभी नहीं करोंगे तो तब करोंगे। ऐसे ही प्यार से बाते करते हुए उन्होंने मेरे से बुलवा लिया की मैंने निक्की के साथ सेक्स किया है।

आंटी भी हस कर ही बाते कर रही थी, बात करते करते उन्होंने अचानक मेरी जांघ पर हाथ रख दिया और बोली मै कैसी दिखती हू। मै अब थोड़ा ज्यादा ही घबरा गया और बोला की अच्छी ही दिखती हो। आंटी ने धीरे से अपना हाथ मेरे लिंग की तरफ बढ़ाया और बोली कि चलो थोड़ी मस्ती करते है। उसके बाद मुझे कुछ बोलने का मौका ही नही मिला। आंटी का मुझपर पूरा कंट्रोल था।

उस दिन हमने लगभग 1 घंटे सेक्स किया और फिर मैं अपने घर आ गया। तब से जब भी आंटी का मन होता है वह मुझे बुला लेती है और हम थोड़ी मस्ती कर लेते है। यह मेरे लिए एक अनोखा ही अनुभव है। इसको ही मैं अपने लिए छप्पर फाड़ के अनुभव मानता हूं।

Wednesday, July 26, 2017

Babaji Unboxing and Review of 501 Desi Bidi



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Wednesday, April 19, 2017

सावधान लिन्ग के साथ कभी नहीं करना ये हरकतें, वरना ये होगा अंजाम

लिन्ग हर मर्द के शरीर का बहुत ही नाजुक भाग है तथा आंख, कान और दिल की तरह लिन्ग को भी देखरेख और परवाह की जरूरत है. हर मर्द के लिए यह जरुरी है कि उसका लिन्ग हमेशा उसका सच्चा साथी बना रहे तथा जिन्दगी के बीच सफ़र मे साथ ना छोडे.  तो आपके प्यारे लिन्ग की लम्बी आयु के लिए यहां हम कुछ खास तरकिबे बता रहे है, इनको आजमाईये और लम्बी रेस के घोडे बने रहिये.

कभी जोर से ना खीचे
बाकी अंगों की तरह यह भी चमड़े व मान्स का का बना हिस्सा है, कुछ लोगों की आदत होती है बेवजह लिन्ग को पकड के खिचते रहने की.  ऐसा करने से लिन्ग कि Elasticity कम होती है और पुरा खडा होने मे भी समस्या आने लगती है.
योन संबंध के तुरंत बाद लिन्ग को धोना
योन संग के बाद लिन्ग को कभी भी धोना नही चाहिए जब तक कि लिन्ग खुद से एकदम सिकुड़ के ठन्डा ना हो जाए, हर सहवास के कम से कम 20 मिनट बाद ही लिन्ग को साफ़ पानी से धोया जा सकता है.
सिर्फ़ साबुन और पानी का इस्तेमाल
लिन्ग को धोने के लिए सिर्फ़ साबुन और साफ़ पानी ही काफ़ी है चाहे कितनी भी ज्यादा दुर्गंध क्यु ना आ रही हो, तथा किसी भी प्रकार का रासायनिक पदार्थ कभी ना लगाये जैसे कि टोयलेट क्लीनर, थीनर, आदि.
धुम्रपान और शराब का सेवन
बिडी, सिगरेट और मदिरा लिन्ग की प्राकृतिक क्षमता को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं तो अगर लम्बी रेस करनी है तो हर तरफ़ का नशा छोडने मे ही भलाई है.
काटना या प्यार से थपकाना
योन संबंध के दौरान अपनी पार्टनर को कभी भी लिन्ग को दाँतो से काटने ना दे, हो सकता है ये उनका प्यार जताने का प्रयास आपको नामर्द ही बना दे, तथा पेनिस को हाथ से थप्पड भी ना मारने दे क्यु कि ऐसी क्रियाओ से लिन्ग कि प्राकृतिक क्षमता काफ़ी प्रभावित होती है.

Thursday, April 13, 2017

स्त्री: पीरियड्स में भी जीयें नॉर्मल लाइफ

महिलाओं को हर माह मासिक चक्र से गुजरना पड़ता है, जिसे पीरियड्स कहते हैं। इस प्रक्रिया का होना महिलाओं के लिए बहुत ही जरूरी है। यह हर महीने 3 से 5 दिन तक रहती है। यही मासिक चक्र महिलाओं की प्रजनन प्रणाली में परिवर्तन लाता है, जिससे महिलाएं प्रजनन के लिए तैयार होती हैं।

पीरियड्स ना आने के कारण:

कई बार यह तय समय पर नहीं आती। इसके पीछे के कारण खाने-पीने की गलत आदतें, शरीर में खून की कमी और टैंशन हो सकते हैं। वैसे तो यह महिलाओं में होनी वाली आम सी समस्या है लेकिन इस आम परेशानी में भी किसी गंभीर बीमारी के संकेत छिपे हो सकते हैं।

पीरियड्स को अनियमित:

अक्सर महिलाएं पीरियड्स टालने वाली दवाएं लेती हैं। लेकिन इसका ज्यादा इस्तेमाल नुकसानदायक है।
इस विषय पर कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने बताया कि पीरियड्स की डेट आगे बढ़ाने वाली दवाओं में प्रोजेस्टरोन होता है। इसके कारण हार्मोन्स असंतुलित हो जाते हैं, जिससे आगे चलकर पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं।

यौवनारंभ:

अगर किसी युवती को पहले 2 वर्षों तक अनियमित मासिक धर्म की शिकायत रहती है यह डरने वाली नहीं बल्कि यह सामान्य प्रक्रिया है लेकिन अगर यह हालात लंबे समय से चल रहे हैं तो डॉक्टर से जरूर चेकअप करवाएं।

गुप्त रोगों का रामबाण इलाज है नीम की निम्बोली

नीम के सभी अंग अर्थात् पत्ते, फूल, फल, छाल, शाखाएं आदि औषधि के रूप में प्रयोग किए जाते हैं। नीम के फल (निम्बोली) से बीज निकलता है जिससे तेल मिलता है। नीम के तने से गोंद मिलता है। ये भी दवा के रूप में प्रयोग किए जाते हैं।

इन रोगों के इलाज में सहायक है नीम:

# कुष्ठ रोग के उपचार:

उपदंश और कुष्ठ के उपचार के लिए इसे सर्वोत्तम औषधि माना गया है। होम्योपैथी के अनुसार पुराने जीर्ण रोगों के लिए सबसे अच्छी दवा नीम है। नीम का तेल जोकि गंध व स्वाद में कड़वा होता है प्रथम श्रेणी की कीटाणुनाशक होता है।

# गर्भनिरोधक:

वैज्ञानिकों के अनुसार यह दुर्गन्धनाशक, वातहर तथा शीतपित्त, कुष्ठ तथा पायरिया जैसे रोगों में बहुत लाभकारी होता है। नीम एक अच्छा गर्भनिरोधक भी माना जाता है।

# बवासीर:

बवासीर जैसे कष्टकारी रोग के इलाज के लिए नीम तथा कनेर के पत्ते बराबर मात्रा में मिलाकर पीस लें। इस मिश्रण को प्रभावित भाग पर लगाने से कष्ट कम होता है। रोज सुबह निबोरियों का सेवन करने से भी आराम मिलता है। प्रभावित अंग पर नीम का तेल भी लगाया जा सकता है।

# बुखार या मलेरिया:

इस बीमारी में नीम का काढ़ा दिया जा सकता है। इस काढ़े को बनाने के लिए एक गिलास पानी में नीम के पत्ते, निम्बोली, काली मिर्च, तुलसी, सोंठ, चिरायता बराबर मात्रा में डालकर उबालें। इस मिश्रण को इतनी देर उबालें जिससे कि आधा पानी वाष्प बनकर उड़ जाए।

# कान का बहना:

रात को सोते समय इस मिश्रण की एक−दो बूंद लेने से कान का बहना रुकता है। गुनगुने नीम के तेल की दो−तीन बूंदें कान में टपकाने से कान के दर्द में राहत मिलती है।

# दस्त में आराम:

नीम की पत्तियों को सुखाकर शक्कर मिलाकर खाने से दस्त में आराम मिलता है। पेट के कीड़ों को नष्ट करने के लिए नीम के पत्तों के रस में शहद और काली मिर्च मिलाकर दिया जाना चाहिए।

अपने लिंग को लंबा और मोटा करना चाहते है तो अभी पढ़े

क्या आपको लिंग के इलाज की जरूरत ? आप लिंग वृद्धि ("HapPenis प्रक्रिया®") डॉक्टर के पास जा सकते हैं यदि आप अपने वर्तमान आकार के बार...